Skip to main content

ये महज इत्तेफाक नहीं कंसिस्टेंसी है लगातार कई बरसों में लोकप्रियता के भूमंडलीय पैमाने पर मोदी विश्वके सबसे लोकप्रिय जनप्रिय नेता बने हुए हैं

ये महज  इत्तेफाक नहीं कंसिस्टेंसी है लगातार कई बरसों में लोकप्रियता के भूमंडलीय पैमाने पर मोदी विश्वके सबसे लोकप्रिय जनप्रिय नेता बने हुए हैं मैं उनके तमाम चाहने वालों को बधाई देता हूँ। अपने आप को भी 

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: संजीव कुमार झा Updated Fri, 03 Feb 2023 02:45 PM IST
सार

Morning Consult Report: व्यस्कों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत 16 देशों के दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ दिया है।

पीएम मोदी(फाइल फोटो)
पीएम मोदी(फाइल फोटो) - फोटो : पीटीआई
/

विस्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं। मॉर्निंग कंसल्ट (Morning Consult) की वेबसाइट पर जारी सूची में पीएम मोदी 78 फीसदी ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग के साथ टॉप पर हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत 16 देशों के दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। पीएम मोदी को दुनिया भर में वयस्कों के बीच सबसे ज्यादा रेटिंग मिली है। इस सूची में दूसरा स्थान मेक्सिको के राष्ट्रपति  एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर को मिला है जिन्हें 68 फीसदी अप्रूवल रेटिंग मिली है। जबकि तीसरे स्थान पर स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति अलैन बेरसेट हैं जिन्हें 62 फीसदी अप्रूवल रेटिंग मिली है। सर्वे के मुताबिक साल 2021 के बाद पीएम मोदी की लोकप्रियता और भी बढ़ गई है।



टॉप पांच से बाइडन तो टॉप 10 से सुनक बाहर
बता दें कि इस सूची में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को टॉप पांच में भी जगह नहीं मिली है। इस सूची में बाइडन को 40 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ सातवां स्थान मिला है। वहीं सुनक को इस सूची में  30 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ13वां स्थान प्राप्त हुआ है। 


ऑस्ट्रेलिया के पीएम को चौथा तो ब्राजिल के राष्ट्रपति को पांचवां स्थान

इस सूची में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को 58 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ चौथा और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा को 50 फीसदी रेटिंग के साथ पांचवां स्थान मिला है।  

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

मनोरंजनबॉलीवुडहिंदी अमित शाह ने सबरीमाला विवाद पर दिया बड़ा बयान, कहा- अदालत को वही फैसले सुनाने चाहिएं जिनका पालन हो सके

केरल के कन्नूर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी भगवान अयप्पा के भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। राज्य की वाम सरकार भगवान अयप्पा के भक्तों का दमन कर रही है। उन्होंने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि अदालत को वही फैसले सुनाने चाहिए, जिनका पालन हो सके। भाजपा अध्यक्ष ने शनिवार को कहा, ‘सरकार और कोर्ट को आस्था से जुड़े मामलों में फैसले सुनाने से बचना चाहिए। ऐसे आदेश नहीं देने चाहिए जो लोगों की आस्था का सम्मान नहीं कर सकें। संविधान के अनुच्छेद-14 की दुहाई दी जाती है। वहीं, 25 और 26 के तहत अपने धर्म के अनुसार जीने का मुझे अधिकार है। एक मौलिक अधिकार दूसरे को नुकसान कैसे पहुंचा सकता है।’ शाह ने कहा कि अदालत के फैसले के नाम पर परंपराओं को तोड़ने की कोशिश करने वालों को बता दूं कि देशभर में कई मंदिर हैं जो अलग-अलग परंपराओं से चलते हैं। हिंदू धर्म ने कभी महिलाओं के साथ अन्याय नहीं किया, बल्कि उनको देवी मानकर पूजा की है।’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वाम सरकार राज्य में मंदिरों की परंपरा को खत्म करने की कोशिश कर रही है।

World’s First Genetically Edited Babies Claimed in China

veeruji05.blogspot.com kabirakhadasaraimen.blogspot.com blogpaksh.blogspot.com Hong Kong (AP) -- A Chinese researcher claims that he helped make the world's first genetically edited babies — twin girls born this month whose DNA he said he altered with a powerful new tool capable of rewriting the very blueprint of life. If true, it would be a profound leap of science and ethics. A U.S. scientist said he took part in the work in China, but this kind of gene editing is banned in the United States because the DNA changes can pass to future generations and it risks harming other genes. Many mainstream scientists think it's too unsafe to try, and some denounced the Chinese report as human experimentation. The researcher, He Jiankui of Shenzhen, said he altered embryos for seven couples during fertility treatments, with one pregnancy resulting thus far. He said his goal was not to cure or prevent an inherited disease, but to try to bestow a trait that few people n