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Telangana polls could be last battle for many opposition leaders

If the grand alliance fails in the forthcoming elections, it might see the end of the political careers of senior Congress and TDP leaders


Hyderabad:The Congress, the Telugu Desam Party (TDP), the Communist Party of India (CPI), and the Telangana Jana Samithi (TJS), have formed a Maha Kutami or grand alliance in Telangana to take on the Telangana Rashtra Samithi (TRS) and its chief, former chief minister K. Chandrashekar Rao, or KCR, in the forthcoming assembly election.

All the parties had contested the elections on their own in 2014, when the TRS won 63 of the 119 assembly seats. The TJS had not been formed then.
If the grand alliance fails in the forthcoming elections, it might see the end of the political careers of senior Congress and TDP leaders.
“This election is a life-and-death situation for many senior leaders. There are about 40-odd former cabinet ministers whose political careers are on the line,” said a senior Congress leader from Hyderabad, requesting anonymity.
This realization may have also pushed the Congress to join hands with its one-time arch rival, the TDP.
Political pundits believe that the TDP might be relegated to the sidelines on Telangana’s political scene if it fails to win a few seats at least. In 2014, the party had won 12 of its total tally of 15 assembly seats from Greater Hyderabad, which consists of the surrounding areas of the city. The party may not win as many seats this time as several state and district-level leaders of the TDP and its cadres have also shifted loyalties in recent times.
“We hope that the alliance can win some seats in the Greater Hyderabad areas, given that TDP still has some influence in those areas, predominantly inhabited by settlers from neighbouring Andhra Pradesh,” said the Congress leader, adding that the stakes are high.
TDP leaders did not wish to comment.
The seat-sharing between the four opposition parties has not been announced, but leaders who are part of the talks said that the only consideration will be the candidate’s winning capability.
Political pundits are also not very hopeful about the chances of the TJS, the political wing of the Telangana Joint Action Committee (TJAC) led by Prof M. Kodandaram, who had spearheaded the statehood agitation along with KCR, but is a bitter critic of KCR’s policies.
Political analyst Palwai Raghavendra Reddy said that the TRS is likely to win the assembly elections with an overwhelming majority, as there is no person in the opposition who can be a crowd puller.
“The neutral votes will go to the TRS. KCR dissolved the assembly when he wanted to and he is comfortable. What can stand against him?” asked Reddy.
However, a surprise move such as declaring a person popular across the political spectrum such as Kodandaram as the alliance’s chief ministerial candidate might put some pressure on TRS.
However, KCR’s son K.T. Rama Rao “welcomed” the alliance, and said that it will fail to make any impact, including in the Greater Hyderabad areas.
The TRS and the All India Majilis-e-Ittehadul Muslimeen had won 99 and 44 seats, respectively, or 143 of the total 150 seats, in the Greater Hyderabad Municipal Corporation elections in 2016.
A file photo of Congress chief Rahul Gandhi with TDP supremo Chandrababu Naidu. The Congress, TDP, CPI, and the TJS have formed a grand alliance in Telangana to take on TRS in the forthcoming assembly election. Photo: PTI.
A file photo of Congress chief Rahul Gandhi with TDP supremo Chandrababu Naidu. The Congress, TDP, CPI, and the TJS have formed a grand alliance in Telangana to take on TRS in the forthcoming assembly election. Photo: PTI.

'गठबंधन या ठगबंधन है ' कह नहीं सकते -डॉ. नन्द लाल मेहता 'वागीश ', 

सहभावी :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )

 १२१८ ,शब्दालोक ,गुरुग्राम (हरियाणा )१२२ ००१,दूर-ध्वनि :१२४४० ७७ २१८ (12440 77 218 ) 

'गठबंधन या ठगबंधन है ' कह नहीं सकते 
                                (१ )
नापसंद हैं एक दूजे को ,होंठों पर फ़र्ज़ी मुस्कानें ,

हाथ पकड़ फोटो आलिंगन ,रह नहीं सकते। 

 गठबंध या ठगबंधन है कह नहीं सकते। 

                               (२ )
आखिर तो कुछ सांझा रिश्ता ,भारत देश विखंडन हिंसा ,

बांटो सबको तोड़ो भारत ,परिवारों की एक बद्धता ,सह नहीं सकते।

गठबंध या ठगबंधन है कह नहीं सकते।  


                              (३ )
तुष्टि -पुष्टि ,वोटपरस्ती ,एकल नीति जाति  मज़हब 

और जिहादी नक्सल पंथी ,अत्र कुशल सर्वत्र कुशल है मटुक नाम ,

आँख चलाने जफ्फी पाने में सरनाम ,

द्वंद्व -प्रयासी ,चतुर मार्क्सी बौद्धिक गुलाम हैं।

मामा माओ ,चाचा चाओ ,लेनिन महान हैं।

 डाक -पता जे एन यू केवल सदर मुकाम है। 

बड़े गर्व से ऐसा कहते ,गठबंधन या ठगबंधन है कह नहीं सकते। 

                              (३ )

व्यभिचार को 'लिव इन' कर दो ,सुविधा कुछ कानूनी  भर दो 

क्या जाता है देखो कैसा नशा छाता है। 

रग-रग में अंगड़ाई मंथन ,तोड़ो बंधन मन का संयम ,

ध्वस्त करो भारत का यौवन ,फिर तो खुल खेलेंगे खुद ही ,

वाकी  - टाकी   कहते करते।गठबंधन या ठगबंधन है कह नहीं सकते। 

                                   (४ )

भारत भी कोई देश है क्या ?

वन्दे मातरम् अर्थ है क्या ?

लोकतंत्र और राष्ट्रवाद का क्या संबंध  ,

इंडिआ में बस सी. आई.सी. निर्बंध। 

तोड़ो भारत हम क्या मांगे आज़ादी !

बर्बादी भारत की कर दो आज़ादी !

सब कुछ आग हवाले कर दो ,आज़ादी !

राष्ट्रवाद वैसे निर्बल है ,आज़ादी !

मानेरदी का वोट सबल है ,आज़ादी ! 

बारूदों से भर दो दम्भे , आज़ादी !

क्या कर लेंगे ,भारत धर्मी बँटे हुए हैं ,

जी नहीं सकते ,मर नहीं सकते  ,

गठबंधन या ठगबंधन है , कह नहीं सकते। 

                             (५ )
भाड़े के जन आग लगाओ आज़ादी  है !

अवरुद्ध करो ये  सारी सड़कें आज़ादी है !

शोर -शराबा, तोड़- फोड़ हों घातक झड़पें ,

सरिये भारी ,लौह छड़ ,लाठी अरु डंडे 

मोटर बस या एम्बुलैंस  हो ,या फिर लाठी। 

लूटपाट कर छेड़ -छाड़ हो बदकारी,

भाग जाएंगे ये सारे ,क्या कर लेंगे ?

कह नहीं सकते ,गठबंधन या ठगबंधन है, कह नहीं सकते।

                                (६ )

अब तो अंतिम एक उपाय ,फैलाओ मिलकर अफवाहें ,

तानाशाही ,फन फहरा दो ,खुद को बुद्धि जीवी स्वर दो। 

घोर असहिष्णु अभिव्यक्ति संकट ,दोष लगाओ मोदी मोदी 

मोदी मोदी मोदी मोदी। मोदी मोदी मोदी मोदी। 

                              (७ )
धंधे काले चर्पट चूं -चूं ,पुर्जा पुर्जा गठबंधन है।  

हॉट सीट हो गई है कुर्सी ,कुर्सी को तरसाये मोदी। 

कौशल खूब दिखाए मोदी ,हटे नहीं हटाये मोदी। 

देश विदेश ,साकार है मोदी ,संतों का अवतार है मोदी। 

इधर भी मोदी उधर भी मोदी ,चारों तरफ है मोदी मोदी ,

मोदी मोदी मोदी मोदी। मोदी मोदी मोदी मोदी।  

विशेष अर्थ बोधक शब्द :सी.आई.सी यानी कास्टिस्ट इस्लामी कम्युनल इन तीनों का जमा जोड़ है गंठबंधन 

प्रस्तुति एवं सहभावी :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )

यह कविता सार्वजानिक उपभोग के लिए है इसका बिला हिचक  किसी भी मंच से आप प्रयोग करें। 

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