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सरकार के इस निर्णय पर अधिकारी ने कहा की “इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के विशेषज्ञों की एक टीम एकीकृत मच्छर प्रबंधन कार्यक्रम के हिस्से के रूप में ज़िका, डेंगू और चिकनगुनिया वायरस फैलाने वाले मच्छरों को मारने के लिए शहर में उपयोग की जाने वाली कीटनाशकों को बदलने के लिए जयपुर पहुंची है.”
जिका वायरस जयपुर के सिंधी शिविर क्षेत्र के कुछ नमूनों में पाया गया है, लेकिन पैथोजेन शास्त्री नगर क्षेत्र में सबसे अधिक मामले पाए जा रहे है, जहां अधिकारियों ने इसे रोकने के लिए उपाय कर रहे है.
मंगलवार को केंद्र ने दैनिक आधार पर राजस्थान में ज़िका वायरस के मामलों की निगरानी के लिए राष्ट्रीय नियंत्रण केंद्र नियंत्रण के आदेश दिए थे. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को देश भर में वायरस और मौसमी इन्फ्लूएंजा की रोकथाम और नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक करी थी. मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय दैनिक आधार पर राजस्थान सरकार और राज्य प्रशासन के साथ मिलकर इससे निपटने के लिए काम कर रहे है.
आपको बता दे की ज़िका वायरस मुख्य रूप से एडीस मच्छरों द्वारा फैलता है. अब अगर हम जिका वायरस के बात करे तो कई लोग को कोई लक्षण नहीं दिखाई दे ते है वहीं कई को बुखार, दांत दर्द, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द के हल्के लक्षण होंगे.
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